दोस्त की माँ
Posted: Tue Jan 07, 2025 2:12 am
मेरा नाम राज है ओर मैं 18 साल का हूँ, मेरा एक दोस्त है जिस का नाम शाम लाल है उस का बाप बिज़्नेस के सिलसिले मैं ज़ियादा तर आउट ऑफ सिटी रहता है घर मैं ज़ियादा तर वो ओर उस की मा अकेले ही होते हैं मैं उस की मा को आंटी कहता हू, आंटी की एज 38 साल है ऑर वो एक सुंदर औरत है, उन के बड़े-2 स्तन जो कि 40 नंबर के हैं ऑर उन की मोटी गंद… वो मेरे दोस्त के साथ जब भी बाज़ार जाती हैं तो सब लोग आँखें फाड-2 कर उन्हें देखते हैं मेरा मन भी हर वक़्त उन्हें छूने को करता है लेकिन डर लगता है. आंटी घर मैं ज़्यादा तर सारी ही पहनती थी.
एक दिन मैं कोल्लेज से सीधा अपने दोस्त के साथ उस के घर चला गया तो आंटी ने मेरे दोस्त से कहा .”लालो बेटा(वो प्यार से अपने बेटे को लालो कहती थी) मेरे साथ ज़रा दर्ज़ी के पास चलोगे” तो मेरे दोस्त ने कहा “चलें हम तीनो चलते हैं”
फिर हम दोनो खाना खा कर आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये आंटी ने दर्ज़ी को कपडा दिया ओर अपना पल्लू नीचे कर के दर्ज़ी से कहा “मुझे सेम इस डिज़ाइन का ब्लाउज सिल्वाना है” मैं ने देखा तो आंटी ने ब्रा नहीं पहना था उन के निपल ब्लाउज मैं से नज़र आ रहे थे, दर्ज़ी ने देख कर होंठो पर ज़ुबान फेरते होए कहा”नाप के लिया दूसरा ब्लाउज लाए हैं” तो आंटी ने कहा “नहीं इस से ही नाप ले लो” दर्ज़ी ने कहा कि “अंदर आ जाएँ” ऑर अंटी दर्ज़ी के साथ अंदर एक छोटे से कमरे मैं चली गई मेरे दोस्त ने मुझे इशारा किया तो हम दोनो भी छुप कर के उन के पीछे पीछे अंदर चले गये अंदर जा कर दर्ज़ी ने कहा”ब्लाउज उतार कर दे दें नाप ले लेता हू ऑर डिज़ाइन भी देख लेता हू” आंटी ने सारी का पल्लू नीचे गिरा दिया ओर ब्लाउज के हुक खोलने लगी मैं ऑर मेरा दोस्त कोने मैं बैठे हुए आँखें फाड-2 कर उन्हें देख रहे थे ओर सोच रहे थे कि आज उन्हें क्या हो गया है आंटी ने ब्लाउज उतार कर दर्ज़ी को दे दिया ऑर खुद उस के सामने ही स्तन तान कर खड़ी हो गई दर्ज़ी भी ब्लाउज का डिज़ाइन कम ओर आंटी के बड़े-2 स्तन ज़्यादा देख रहा था हम आंटी के पीछे बैठे हुए थे जिस की वजा से हमे उन के स्तन नहीं दिख रहे थे फिर आंटी ने दर्ज़ी से पानी माँगा तो दर्ज़ी ने बाहर छोटे को आवाज़ लगा कर पानी लाने का बोला वो पानी ले कर आया तो मैं ने दरवाज़े मे ही उस से ग्लास ले लिया ओर आंटी के पास जा कर उन को दिया तो आंटी मेरी तरफ मूड के पानी पीने लगी जिस के कारण मुझे भी आंटी के स्तन देखने का मौका मिल गया छोटा भी दरवाज़े मे खड़ा हो कर आंटी के स्तन देखे जा रहा था आंटी ने पानी पी कर ग्लास मुझे दिया तो मैं ने छोटे को दे दिया वो बाहर चला गया अब दर्ज़ी नाप ले चुका था वो आंटी से बातें कर रहा था उस ने आंटी से कहा “आप तो बहुत खूबसूरत हैं ऑर आप का फिगर तो और भी लाजवाब है” आंटी ने मुस्करा कर कहा “शुक्रिया,कई सालो से मिनटेन करती आ रही हू इसी लिए”. फिर दर्ज़ी ने ब्लाउज आंटी को दिया जिसे पहन कर आंटी ऑर मेरा दोस्त अपने घर चले गये ऑर मैं घर आ गया.
2 दिन बाद मैं ने कोल्लेज मैं लालो से कहा कि “लालो यार उस दिन आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर तो दिल खुश हो गया था मुझे अभी तक आंटी के स्तन याद आ रहे हैं” तो उस ने कहा “हाँ यार मा के स्तन तो बहुत सुंदर हैं मुझे भी अच्छे लगते हैं” तो मैं ने कहा “काश फिर से एक बार दीदार हो जाए तो मज़ा आ जाए” तो लालो ने कहा “आज फिर मा दर्ज़ी के पास जाएगी तू भी चल ना ” तो मैं ने कहा “क्यूँ नहीं यार मैं भी जाउन्गा फिर मैं लालो के साथ उस के घर गया ओर वहाँ से आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये तो आंटी का ब्लाउज तैयार हो चुका था दर्ज़ी ने आंटी को ब्लाउज दिया तो आंटी ने उसे उलट पल्ट कर देखा ऑर कहा “सही है” दर्ज़ी ने कहा कि “आप पहन कर फिटिंग चैक कर लेना” ऑर वो मा को ले कर कमरे मे चला गया हम भी उन के पीछे अंदर चले गये आंटी ने अपना ब्लाउज उतार कर नया पहना तो दर्ज़ी ने कहा “ये कलर तो आप पर बहुत जच रहा है” ऑर आंटी के बड़े-2 स्तनो पेर हाथ फिराते हुए कहा “ये कपडा भी तो अच्छे वाला है” आंटी ने मुस्करा कर जवाब दिया “पहना किस ने है ये भी तो देखो” दर्ज़ी ने कहा “वो तो मैं देख हे रहा हू” फिर आंटी ने पहले वाला ब्लाउज पहना ऑर हम घर आ गये.
गर्मियो के दिन आ गये थे लालो ने मुझे बताया कि “आज कल मा को कुछ ज़्यादा ही गर्मी लग रही है मा अब ज़्यादा तर सारी का पल्लू ऐसे ही लपेट लेती हैं ब्लाउज ऑर ब्रा भी नहीं पहनती” तो मैं ने कहा “फिर कब दर्शन करा रहा है” लालो ने कहा “तू जब बोल यार”
आज मैं कोल्लेज से सीधा लालो के घर चला गया लालो की मा नहा रही थी हम अहिश्ता से बाथरूम के दरवाज़े के पास गये तो अंदर से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी जिस का मतलब था कि आंटी अभी नहा रही हैं हम ने आराम से दरवाज़े के पास टेबल रखी ऑर उस पर चढ़ कर रोसन्दान मैं से अंदर झाँकने लगे हमे आंटी की कमर ऑर गॅंड नज़र आ रही थी आंटी शावेर खोल कर उस के नीचे खड़ी थी फिर आंटी ने शावेर बंद किया ऑर साबुन उठा कर हमारी तरफ मूड कर अपने जिस्म पर साबुन लगाने लगी मैं ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ लिया ऑर पैंट के उपर से ही मूठ मारने लगा फिर आंटी ने शावेर खोला ऑर नहाने लगी आंटी को देखते-2 ही लालो का लंड खाली हो गये ऑर उस की पैंट गीली हो गई मैं अभी खाली नहीं हुआ था आंटी ने शवर बंद किया तो हम नीचे उतर गये ऑर टेबल एक साइड पर रख दी ऑर लालो कपड़े चेंज करने अपने रूम मे चला गये मैं बाथरूम के सामने ही सहेन मैं चारपाई पे बैठ गये थोड़ी देर बाद लालो आ गया ओर अंत्य भी बातरूम से निकल आई आज भी उन्होने सारी के नीचे ब्लाओज ओर ब्रा नहीं पहना था वो सारी का पल्लू ठीक कर रही थी तो उन के स्तन नज़र आ रहे थे मैं जब तक उन के घर मे रहा चोर नज़रों से आंटी के स्तन देखता रहा.
आज कॉलेज मे मैं ने लालो से कहा कि “यार कुछ कर मैं आंटी के स्तन दबाना ओर चूसना चाहता हू” तो उस ने कहा “पागल हो गये है अपने साथ साथ मुझे भी पिटवाए गा माँ से, सिर्फ़ देख कर ही काम चला लो मा छूने नहीं देती” मैं ने कहा “यार दर्ज़ी ने भी तो उन के स्तन दबाए थे फिर मैं क्यूँ नहीं छू सकता” लालो ने कहा कि “फिर तो तुम्हे ही कोई प्लान बनाना पड़ेगा” मैं ने कहा “ठीक है फिर मैं कुछ सोचता हू”
मेरी समझ मे कोई प्लान नहीं आ रहा था 2 दिन बाद मैं ने लालो से कहा “चल यार आज बड़े-2 गुब्बाडे ही देख लें” तो लालो ने कहा “चल लेकिन छूने की कोसिश नहीं करना मा बहुत मारे गी” मैं उस की बात मान कर उस के साथ उस के घर आ गया,
आंटी ने आज एक पुराना ऑर पतला सा वाइट कलर का ब्लाउज पहना हुआ था जिस मैं से उन के स्तन साफ नज़र आ रहे थे मैं ने आंटी से कहा “आंटी!बहुत भूक लगी है आज क्या पकाया है आप ने” तो आंटी ने कहा “रात का सालन ही बना हुआ है भिंडी का” तो मैं ने कहा “आंटी जी! भिंडी तो मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती” आंटी ने कहा “फिर तुम्हारे लिए क्या बनाऊँ” मैं ने सोचते होए कहा कि “आंटी! आज तो मेरा मन दूध पीने को कर रहा है” आंटी ने कहा “दूध तो ख़तम हो गया है अभी रुक जाओ मैं लालो से मँगवा लेती हू फिर आंटी ने लालो को दूध लेने के लिए भेज दिया ऑर खुद मेरे पास ही चारपाई पर बैठ गये, मैं ने कहा “आंटी! आप नया ब्लाउज क्यूँ नहीं पहनती” तो आंटी ने कहा “क्या करूँ तेरे अंकल जो नहीं हैं अब पहन कर किस को दिखाउ” मैं ने कहा “तो क्या हुआ आंटी हम जो हैं आप को देखने के लिए आप उस ब्लाउज मैं बहुत सुंदर लगती हैं एक बार पहन कर तो दिखाए” तो आंटी ने कहा “चल अगर तेरा मन करता है कि मैं वो ब्लाउज पहनू तो मैं तेरा मन रखने को पहन लेती हू” आंटी ब्लाउज चेंज करने के लिए अंदर जाने लगी तो मैं भी आंटी के पीछे-2 अंदर कमरे मे आ गया ओर बेड पर बैठ गया आंटी ने अलमारी खोल कर ब्लाउज निकाला ऑर मेरे पास ही आ कर बैठ गई फिर अपना पल्लू साइड मे डाल कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी ऑर अपना ब्लाउज उतार कर साइड मे रख दिया ऑर नया वाला हाथ मे पकड़ लिया ऑर उस के हुक खोलने लगी मैं ने कहा “आंटी! आप का फिगर तो बहुत अच्छा है” तो आंटी ने हंसते हुए मुझे सुक्रिया कहा मैं ने भी हंसते हुए आंटी के एक स्तन पर उंगली रखते हुए कहा “आंटी! इस मे क्या है” तो आंटी ने कहा “अब तो कुछ भी नहीं जब लालो छोटा होता था तब इस मे दूध था” मैं ने कहा “अब भी तो ये इतने बड़े-2 हैं क्या पता इन के अंदर दूध हो” तो आंटी ने अपना एक निपल हाथ से दबाते हुए कहा “देख अब तो इस मे कुछ नहीं है” मैं ने कहा “क्या पता आंटी! ज़ोर ज़ोर से चूसें तो निकल ही आए” तो आंटी ने कहा “तुझे इतनी ही जल्दी है दूध पीने की तो तू चैक कर ले चूस कर” फिर आंटी लेट गयी ओर मैं आंटी की साइड मे बैठ कर आंटी के उपेर झुक गया ऑर उन का निपल मूह मे ले कर चूसने लगा मैं अपने हाथो से आंटी के स्तन भी दबा रहा था आंटी ने अपनी आँखें बंद कर ली देन इतने मैं लालो आ गया वो हमे इस तरहा देख कर हेरान रह गया ऑर कहने लगा “राज यार मैं तो तेरे लिए दूध लाया हू तू ये क्या कर रहा है” तो मैं ने कहा “मैं कहा इसमे से दूध निकालने की कोशिस कर रहा हू आ तू भी आ जा” आंटी भी जोश मे आ चुकी थी उन्हो ने आँखें खोल कर लालो को देखा ऑर कहा “आ जा मेरे लाल” फिर आंटी बेड के बीच मे हो गयी ऑर हम दोनो साइडो पर बैठ कर आंटी के स्तन चूसने ऑर दबाने लगे आंटी पहले तो अपने हाथ हम दोनो के बालो मे फिरा रही थी फिर सिसकारियाँ बढ़ने लगी ऑर हमारे सिर अपने स्तनो पर दबने लगी ऑर ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी.
हम दोनो दीवानो की तरह उन के बड़े-2 गोले-2 स्तन दबा ऑर चूज़ रहे थे ऑर काट भी रहे थे आंटी का बस नहीं चल रहा था कि हमे अपने स्तनो के अंदर ही घुसा दें इतने मे बाहर कोई आया तो हम हट गये लालो ने बाहर जा कर देखा तो पड़ोस से आंटी की फ्रेंड आई थी ऑर आंटी को बुला रही थी, फिर आंटी अपना ब्लाउज पहन कर बाहर चली गई ऑर हम दोनो कमरे मे ही बैठ गये लालो कहने लगा “यार! तू तो उस्ताद आदमी है जो काम इतने सालो मे मैं नहीं कर सका तू ने वो कर दिया” मैं ने पूछा “मज़ा आया कि नहीं आया” लालो ने कहा “यार बहुत मज़ा आया है दिल खुस हो गया है” फिर मैं अपने घर आ गया.
दूसरे दिन मैं ऑर लालो कॉलेज मे मिले तो लालो बहुत खुश था मैं ने उस से पूछा “मेरे आने के बाद कुछ किया था मा के साथ या नहीं” तो लालो ने कहा “नहीं यार! मेरी तो हिम्मत ही नहीं हुई” फिर उस ने मुझ से पूछा कि मैं ने उस की मा को कैसे पटा लिया था तो मैं ने उसे पूरी स्टोरी सुना दी तो उस ने कहा कि “कल पापा आ जाएँगे” मैं ने कहा “फिर तो आज चलते हैं फिर नज़ाने कब मौका मिलता है” तो उस ने कहा “हाँ यार जो करना है आज ही कर लेते हैं फिर ना जाने कब मौका मिलता है”
आज हम जब कॉलेज से उन के घर पहुचे तो आंटी तैयार हो कर बैठी हुई टीवी पर एक मूवी देख रही थी हमे देख कर बहुत खुश हो कर हम से मिली ऑर हमे बहुत ही बढ़िया क़िसम का खाना खिलाया खाना खा कर मैं ने कहा “आंटी! खाना तो बहुत अच्छा था मेरा दिल चाह रहा है कि कहना बनाने वाले के हाथ चूम लू” तो आंटी ने अपने हाथ आयेज बढ़ाते हुए कहा “फिर इंतिज़ार किस का कर रहे हो चूम लो” मैं ने आंटी के हाथ पकड़ के चूमना शुरू कर दिया तो थोड़ी देर बाद आंटी बोली “अब बस कर दो तुम तो शुरू ही हो गये हो” मैं सीधा हो के बैठ गया फिर आंटी मुझ से मेरे घर वालों के बारे मे बाते करने लगी ऑर मेरी मा का पूछने लगी फिर आंटी ने कहा “टी के बारे मे क्या ख्याल है” तो मैं ने कहा “आप के हाथो की चीज़ का इनकार कॉन करे गा” फिर आंटी टी बनाने के लिया चली गईं ऑर मैं ओर लालो बाहर आ कर बैठ गये वहाँ बैठ कर हम सब ने टी पी, आज आंटी ने ब्लू कलर का ब्लाउज पहन रखा था जिस मे से उन का गोरा-2 बदन बहुत सुंदर लग रहा था मैं ने आंटी से कहा “ब्लाउज तो बहुत सुन्दर पहना हुआ है आप ने” तो आंटी ने अपना पल्लू नीचे कर के ब्लाउज देखते हुए कहा “ये मुझे लालो के चाचा ने गिफ्ट किया था कैसा है” मैं ने कहा “बहुत सुन्दर ऑर सेक्सी लग रही हैं आंटी आप इस कलर मैं” तो आंटी ने मुस्कराते हुए कहा “अच्छा! लाइन मार रहे हो” मैं ने कहा “आप हैं ही इतनी सुंदर” आंटी ने हंसते हुए मुझे “सुक्रिया” कहा तो मैं ने आंटी के स्तन पे हाथ फेरते हुए कहा कि “आंटी! कल आप का दूध पी कर तो मज़ा आ गया था” तो आंटी ने कहा “दूध निकला भी था या ऐसे ही कह रहे हो” मैं ने कहा “हाँ आंटी निकला था लालो से पूछ लें” तो आंटी ने कहा “अच्छा देखते है कि अभी तक इन मे दूध है” मैं ने अपना हाथ आंटी के स्तन पर ही रखा हुआ था ऑर उन के निपल पर एक उंगली फेरने लगा उन का निपल तन गया था जिस का मतलब था कि वो जोश मे आ रही हैं,
मैं ने आंटी से कहा “आज आप को गर्मी नहीं लग रही” तो आंटी ने कहा “गर्मी तो बहुत आ रही है कपड़े पहनने को दिल ही नहीं चाहता” मैं ने कहा “तो उतार दें ना कपड़े” तो आंटी ने कहा “मैं भी ये ही सोच रही थी कि ब्लाउज उतार दू लेकिन फिर तुम्हारा मन दूध पीने को करे गा” मैं ने कहा “तो आप को मज़ा नहीं आया था क्या दूध पिलाने का” तो आंटी ने कहा “मज़ा तो बहुत आया था लेकिन ज़्यादा चुसवाने से मेरा फिगर खराब होजाएगा” मैं ने कहा “चलो आंटी आज दूध नहीं पीते आप उतार दें” ऑर आंटी “ठीक है” कह कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी लालो भी पास ही बैठा हुआ हमारी बातें सुन रहा था आंटी ने ब्लाउज उतार कर एक साइड पर रख दिया ऑर बैठ कर मुझ से बातें करने लगी आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर मेरे मूह मे पानी आ रहा था लेकिन आंटी ने चूसने से मना किया था थोड़ी देर बाद आंटी ने लालो से कहा “लालो बेटा अंदर से स्टॅंड वाला फॅन निकाल लो मुझे तो अभी भी गर्मी लग रही है” लालो अंदर गया तो आंटी ने कहा “मैं सोच रही थी कि नहा कर ही आ जाउ” ऑर फिर आंटी नहाने चली गई ऑर लालो फॅन ले कर आ गया ऑर ऑन कर के मेरे साथ ही चारपाई पर बैठ गया आंटी ने बाथ रूम का दरवाज़ा भी नहीं बंद किया था ऑर सामने ही खड़ी हो कर नहाने लगी हमे आंटी की कमर ऑर मोटी गॅंड नज़र आ रही थी मैं ने लालो से कहा “यार! तेरी मा की तो गॅंड भी बहुत ज़बरदस्त है” लालो ने अपने लंड को हाथ से दबाते हुए कहा “हाँ यार दिल चाहता है के इन को चोद ही दू लेकिन डर लगता है” मैं ने कहा “ये भी तू मुझ पर छोड़ दे मैं तेरे दिल की ये हसरत भी पूरी कर दूँगा ” आंटी नहा कर नंगी ही बाहर आने लगी तो आंटी को देख कर मेरा लंड एक दम टाइत खड़ा हो गया आंटी आ कर हमारे पास ही बैठ गई ऑर बातें करने लगी थोड़ी देर बाद मैं ने आंटी से कहा “आंटी हमे हमे इक सवाल का जवाब नहीं मिल रहा” तो आंटी ने पूछा “वो क्या” मैं ने कहा “हमे पता नहीं चल रहा कि हम दोनो मे से किस की लोली बड़ी है” तो आंटी ने कहा “इस मे इतना परेशान होने की क्या बात है अभी बता देती हू तुम दोनो अपनी लोली मुझे दिखाओ” मैं ने लालो का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ आंटी के सामने खड़ा किया ऑर पैंट की ज़िप खोल कर अपने आकड़े हुए लंड बाहर निकाला जिसे दिख कर आंटी की आँखो मैं चमक आ गई फिर लालो ने भी अपना लंड बाहर निकाला.
आंटी पहले बारी-2 हम दोनो के लंड देखती रही फिर उन को हाथ मे पकड़ कर सहलाने लगी आंटी जोश मे आ गई थी मैं ने हाथ बढ़ा के आंटी का एक स्तन पकड़ लिया तो आंटी ने एक लंबी से सिसकारी ली ऑर ज़ोर-2 से हमारे लंड सहलाने लगी थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा “मुझे तो दोनो के एक जैसे ही लगते हैं” तो मैं ने कहा “नहीं ना सही तरहा देखें ना” आंटी ने अपना मूह मेरे लंड के नज़दीक कर के देखने लगी फिर कहा “अभी बताती हू किस की लोली बड़ी है” ऑर आंटी ने अपने मूह को “ओ” की शक्ल मे खोला ऑर मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी मैं भी आंटी का स्तन ज़ोर-2 से दबाने लगा ऑर अपने जिस्म को आगे करता तो मेरा पूरा लंड आंटी के मूह मे घुस जाता अब लालो मे भी थोड़ा कॉन्फिडेन्स आ गया था वो नीचे बैठ ऑर अपनी मा की चूत को सहलाने लगा ऑर आंटी ने अपनी टाँगे ऑर फेला दी फिर आंटी मेरे लंड को मूह मे से निकाल कर चार पाई पर लेट गई ऑर मैं चार पाई की दोसरि तरफ आ कर एक हाथ से अंटी के स्तन दबाने लगा ऑर एक हाथ से आंटी की चूत को सहलाने लगा अब लालो चार पाई के उपर चढ़ गया ऑर झुक कर आंटी की चूत को अपनी ज़ुबान से चाटने लगा आंटी ने ज़ोर-2 से सीकरियाँ लेते हुए कहा “ले लो जितना मज़ा लेना है कल से मेरा असल हक़दार आ जाए गा”मैं आंटी का स्तन दबाते-2 आंटी के ऊपर झुका ऑर उन के होंठ चूसने लगा आंटी भी मेरे होंठ चूस रही थी फिर मैं ने अपनी पैंट उतार दी ओर लालो को पीछे हटा कर चारपाई पे बैठ गया ऑर आंटी की चूत पे हाथ फिराने लगा फिर मैं ने अपनी दो उंगलियाँ आंटी की चूत मे घुसा दी ऑर अंदर बाहर करने लगा आंटी ऑर ज़ोर-2 से आहहें भरने लगी फिर मैं ने अपना लंड पकड़ कर आंटी की चूत के मूह पर रखा ऑर टोपी सुराख के अंदर कर के ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड आंटी की चूत मे घुस गया ऑर आंटी के मूह से हल्की-2 चीख निकल गई मैं ने अपना लंड थोड़ा बाहर कर के दोबारा झटका मारा तो मेरा पूरा लंड आंटी की चूत मे चला गया फिर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा ऑर लालो ने आंटी के मूह मे अपना लंड डाल दिया जिसे आंटी मज़े से चूसने लगी थोड़ी ही देर मे आंटी की चूत मे ही मेरे लंड का पानी निकल गया ऑर मैं आंटी की साइड मे लेट गया आंटी का जोश अभी ठंडा नहीं हुआ था आंटी ने लालो से कहा “तू भी मेरा मज़ा ले सकता है मुझे चोद कर” तो मैं ने आंटी से कहा “आंटी लालो को आप की गांद बहुत अच्छी लगती है ओर ये आप की गांद मारना चाहता है” आंटी ने लालो के मूह पर प्यार से हाथ फिराते हुए कहा “आ जा मेरे लाल! अपने दिल की हसरत निकाल ले” ऑर आंटी उल्टी हो कर लेट गई फिर घोड़ी बन गई ऑर अपनी गांद उपेर को उठा ली लालो आंटी के पीछे टाँगों पर खड़ा हो गया ऑर अपना लंड पकड़ कर आंटी की गांद के होल मे डालने लगा ओर झटके दे-2 कर अपना लंड आंटी की गांद के होल मे उतारने लगा अहिस्ता-2 उस का लंड पूरा का पूरा आंटी की गांद के होल मे उतर गया ऑर वो तेज़-2 झटके मारने लगा मैं आंटी के बड़े-2 स्तन पकड़ के दबा रहा था अब आंटी हल्की-2 चीख रही थी थोड़ी देर बाद लालो ने अपना लंड बाहर निकाला ऑर आंटी सीधी हो के बैठ गई लालो ने अपना हाथ अपने लंड पे फेरा तो उस मे से पानी निकलने लगा जो सीधा आंटी के मूह मे चला गया फिर आंटी ने लालो का लंड भी अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी.
एक दिन मैं कोल्लेज से सीधा अपने दोस्त के साथ उस के घर चला गया तो आंटी ने मेरे दोस्त से कहा .”लालो बेटा(वो प्यार से अपने बेटे को लालो कहती थी) मेरे साथ ज़रा दर्ज़ी के पास चलोगे” तो मेरे दोस्त ने कहा “चलें हम तीनो चलते हैं”
फिर हम दोनो खाना खा कर आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये आंटी ने दर्ज़ी को कपडा दिया ओर अपना पल्लू नीचे कर के दर्ज़ी से कहा “मुझे सेम इस डिज़ाइन का ब्लाउज सिल्वाना है” मैं ने देखा तो आंटी ने ब्रा नहीं पहना था उन के निपल ब्लाउज मैं से नज़र आ रहे थे, दर्ज़ी ने देख कर होंठो पर ज़ुबान फेरते होए कहा”नाप के लिया दूसरा ब्लाउज लाए हैं” तो आंटी ने कहा “नहीं इस से ही नाप ले लो” दर्ज़ी ने कहा कि “अंदर आ जाएँ” ऑर अंटी दर्ज़ी के साथ अंदर एक छोटे से कमरे मैं चली गई मेरे दोस्त ने मुझे इशारा किया तो हम दोनो भी छुप कर के उन के पीछे पीछे अंदर चले गये अंदर जा कर दर्ज़ी ने कहा”ब्लाउज उतार कर दे दें नाप ले लेता हू ऑर डिज़ाइन भी देख लेता हू” आंटी ने सारी का पल्लू नीचे गिरा दिया ओर ब्लाउज के हुक खोलने लगी मैं ऑर मेरा दोस्त कोने मैं बैठे हुए आँखें फाड-2 कर उन्हें देख रहे थे ओर सोच रहे थे कि आज उन्हें क्या हो गया है आंटी ने ब्लाउज उतार कर दर्ज़ी को दे दिया ऑर खुद उस के सामने ही स्तन तान कर खड़ी हो गई दर्ज़ी भी ब्लाउज का डिज़ाइन कम ओर आंटी के बड़े-2 स्तन ज़्यादा देख रहा था हम आंटी के पीछे बैठे हुए थे जिस की वजा से हमे उन के स्तन नहीं दिख रहे थे फिर आंटी ने दर्ज़ी से पानी माँगा तो दर्ज़ी ने बाहर छोटे को आवाज़ लगा कर पानी लाने का बोला वो पानी ले कर आया तो मैं ने दरवाज़े मे ही उस से ग्लास ले लिया ओर आंटी के पास जा कर उन को दिया तो आंटी मेरी तरफ मूड के पानी पीने लगी जिस के कारण मुझे भी आंटी के स्तन देखने का मौका मिल गया छोटा भी दरवाज़े मे खड़ा हो कर आंटी के स्तन देखे जा रहा था आंटी ने पानी पी कर ग्लास मुझे दिया तो मैं ने छोटे को दे दिया वो बाहर चला गया अब दर्ज़ी नाप ले चुका था वो आंटी से बातें कर रहा था उस ने आंटी से कहा “आप तो बहुत खूबसूरत हैं ऑर आप का फिगर तो और भी लाजवाब है” आंटी ने मुस्करा कर कहा “शुक्रिया,कई सालो से मिनटेन करती आ रही हू इसी लिए”. फिर दर्ज़ी ने ब्लाउज आंटी को दिया जिसे पहन कर आंटी ऑर मेरा दोस्त अपने घर चले गये ऑर मैं घर आ गया.
2 दिन बाद मैं ने कोल्लेज मैं लालो से कहा कि “लालो यार उस दिन आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर तो दिल खुश हो गया था मुझे अभी तक आंटी के स्तन याद आ रहे हैं” तो उस ने कहा “हाँ यार मा के स्तन तो बहुत सुंदर हैं मुझे भी अच्छे लगते हैं” तो मैं ने कहा “काश फिर से एक बार दीदार हो जाए तो मज़ा आ जाए” तो लालो ने कहा “आज फिर मा दर्ज़ी के पास जाएगी तू भी चल ना ” तो मैं ने कहा “क्यूँ नहीं यार मैं भी जाउन्गा फिर मैं लालो के साथ उस के घर गया ओर वहाँ से आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये तो आंटी का ब्लाउज तैयार हो चुका था दर्ज़ी ने आंटी को ब्लाउज दिया तो आंटी ने उसे उलट पल्ट कर देखा ऑर कहा “सही है” दर्ज़ी ने कहा कि “आप पहन कर फिटिंग चैक कर लेना” ऑर वो मा को ले कर कमरे मे चला गया हम भी उन के पीछे अंदर चले गये आंटी ने अपना ब्लाउज उतार कर नया पहना तो दर्ज़ी ने कहा “ये कलर तो आप पर बहुत जच रहा है” ऑर आंटी के बड़े-2 स्तनो पेर हाथ फिराते हुए कहा “ये कपडा भी तो अच्छे वाला है” आंटी ने मुस्करा कर जवाब दिया “पहना किस ने है ये भी तो देखो” दर्ज़ी ने कहा “वो तो मैं देख हे रहा हू” फिर आंटी ने पहले वाला ब्लाउज पहना ऑर हम घर आ गये.
गर्मियो के दिन आ गये थे लालो ने मुझे बताया कि “आज कल मा को कुछ ज़्यादा ही गर्मी लग रही है मा अब ज़्यादा तर सारी का पल्लू ऐसे ही लपेट लेती हैं ब्लाउज ऑर ब्रा भी नहीं पहनती” तो मैं ने कहा “फिर कब दर्शन करा रहा है” लालो ने कहा “तू जब बोल यार”
आज मैं कोल्लेज से सीधा लालो के घर चला गया लालो की मा नहा रही थी हम अहिश्ता से बाथरूम के दरवाज़े के पास गये तो अंदर से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी जिस का मतलब था कि आंटी अभी नहा रही हैं हम ने आराम से दरवाज़े के पास टेबल रखी ऑर उस पर चढ़ कर रोसन्दान मैं से अंदर झाँकने लगे हमे आंटी की कमर ऑर गॅंड नज़र आ रही थी आंटी शावेर खोल कर उस के नीचे खड़ी थी फिर आंटी ने शावेर बंद किया ऑर साबुन उठा कर हमारी तरफ मूड कर अपने जिस्म पर साबुन लगाने लगी मैं ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ लिया ऑर पैंट के उपर से ही मूठ मारने लगा फिर आंटी ने शावेर खोला ऑर नहाने लगी आंटी को देखते-2 ही लालो का लंड खाली हो गये ऑर उस की पैंट गीली हो गई मैं अभी खाली नहीं हुआ था आंटी ने शवर बंद किया तो हम नीचे उतर गये ऑर टेबल एक साइड पर रख दी ऑर लालो कपड़े चेंज करने अपने रूम मे चला गये मैं बाथरूम के सामने ही सहेन मैं चारपाई पे बैठ गये थोड़ी देर बाद लालो आ गया ओर अंत्य भी बातरूम से निकल आई आज भी उन्होने सारी के नीचे ब्लाओज ओर ब्रा नहीं पहना था वो सारी का पल्लू ठीक कर रही थी तो उन के स्तन नज़र आ रहे थे मैं जब तक उन के घर मे रहा चोर नज़रों से आंटी के स्तन देखता रहा.
आज कॉलेज मे मैं ने लालो से कहा कि “यार कुछ कर मैं आंटी के स्तन दबाना ओर चूसना चाहता हू” तो उस ने कहा “पागल हो गये है अपने साथ साथ मुझे भी पिटवाए गा माँ से, सिर्फ़ देख कर ही काम चला लो मा छूने नहीं देती” मैं ने कहा “यार दर्ज़ी ने भी तो उन के स्तन दबाए थे फिर मैं क्यूँ नहीं छू सकता” लालो ने कहा कि “फिर तो तुम्हे ही कोई प्लान बनाना पड़ेगा” मैं ने कहा “ठीक है फिर मैं कुछ सोचता हू”
मेरी समझ मे कोई प्लान नहीं आ रहा था 2 दिन बाद मैं ने लालो से कहा “चल यार आज बड़े-2 गुब्बाडे ही देख लें” तो लालो ने कहा “चल लेकिन छूने की कोसिश नहीं करना मा बहुत मारे गी” मैं उस की बात मान कर उस के साथ उस के घर आ गया,
आंटी ने आज एक पुराना ऑर पतला सा वाइट कलर का ब्लाउज पहना हुआ था जिस मैं से उन के स्तन साफ नज़र आ रहे थे मैं ने आंटी से कहा “आंटी!बहुत भूक लगी है आज क्या पकाया है आप ने” तो आंटी ने कहा “रात का सालन ही बना हुआ है भिंडी का” तो मैं ने कहा “आंटी जी! भिंडी तो मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती” आंटी ने कहा “फिर तुम्हारे लिए क्या बनाऊँ” मैं ने सोचते होए कहा कि “आंटी! आज तो मेरा मन दूध पीने को कर रहा है” आंटी ने कहा “दूध तो ख़तम हो गया है अभी रुक जाओ मैं लालो से मँगवा लेती हू फिर आंटी ने लालो को दूध लेने के लिए भेज दिया ऑर खुद मेरे पास ही चारपाई पर बैठ गये, मैं ने कहा “आंटी! आप नया ब्लाउज क्यूँ नहीं पहनती” तो आंटी ने कहा “क्या करूँ तेरे अंकल जो नहीं हैं अब पहन कर किस को दिखाउ” मैं ने कहा “तो क्या हुआ आंटी हम जो हैं आप को देखने के लिए आप उस ब्लाउज मैं बहुत सुंदर लगती हैं एक बार पहन कर तो दिखाए” तो आंटी ने कहा “चल अगर तेरा मन करता है कि मैं वो ब्लाउज पहनू तो मैं तेरा मन रखने को पहन लेती हू” आंटी ब्लाउज चेंज करने के लिए अंदर जाने लगी तो मैं भी आंटी के पीछे-2 अंदर कमरे मे आ गया ओर बेड पर बैठ गया आंटी ने अलमारी खोल कर ब्लाउज निकाला ऑर मेरे पास ही आ कर बैठ गई फिर अपना पल्लू साइड मे डाल कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी ऑर अपना ब्लाउज उतार कर साइड मे रख दिया ऑर नया वाला हाथ मे पकड़ लिया ऑर उस के हुक खोलने लगी मैं ने कहा “आंटी! आप का फिगर तो बहुत अच्छा है” तो आंटी ने हंसते हुए मुझे सुक्रिया कहा मैं ने भी हंसते हुए आंटी के एक स्तन पर उंगली रखते हुए कहा “आंटी! इस मे क्या है” तो आंटी ने कहा “अब तो कुछ भी नहीं जब लालो छोटा होता था तब इस मे दूध था” मैं ने कहा “अब भी तो ये इतने बड़े-2 हैं क्या पता इन के अंदर दूध हो” तो आंटी ने अपना एक निपल हाथ से दबाते हुए कहा “देख अब तो इस मे कुछ नहीं है” मैं ने कहा “क्या पता आंटी! ज़ोर ज़ोर से चूसें तो निकल ही आए” तो आंटी ने कहा “तुझे इतनी ही जल्दी है दूध पीने की तो तू चैक कर ले चूस कर” फिर आंटी लेट गयी ओर मैं आंटी की साइड मे बैठ कर आंटी के उपेर झुक गया ऑर उन का निपल मूह मे ले कर चूसने लगा मैं अपने हाथो से आंटी के स्तन भी दबा रहा था आंटी ने अपनी आँखें बंद कर ली देन इतने मैं लालो आ गया वो हमे इस तरहा देख कर हेरान रह गया ऑर कहने लगा “राज यार मैं तो तेरे लिए दूध लाया हू तू ये क्या कर रहा है” तो मैं ने कहा “मैं कहा इसमे से दूध निकालने की कोशिस कर रहा हू आ तू भी आ जा” आंटी भी जोश मे आ चुकी थी उन्हो ने आँखें खोल कर लालो को देखा ऑर कहा “आ जा मेरे लाल” फिर आंटी बेड के बीच मे हो गयी ऑर हम दोनो साइडो पर बैठ कर आंटी के स्तन चूसने ऑर दबाने लगे आंटी पहले तो अपने हाथ हम दोनो के बालो मे फिरा रही थी फिर सिसकारियाँ बढ़ने लगी ऑर हमारे सिर अपने स्तनो पर दबने लगी ऑर ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी.
हम दोनो दीवानो की तरह उन के बड़े-2 गोले-2 स्तन दबा ऑर चूज़ रहे थे ऑर काट भी रहे थे आंटी का बस नहीं चल रहा था कि हमे अपने स्तनो के अंदर ही घुसा दें इतने मे बाहर कोई आया तो हम हट गये लालो ने बाहर जा कर देखा तो पड़ोस से आंटी की फ्रेंड आई थी ऑर आंटी को बुला रही थी, फिर आंटी अपना ब्लाउज पहन कर बाहर चली गई ऑर हम दोनो कमरे मे ही बैठ गये लालो कहने लगा “यार! तू तो उस्ताद आदमी है जो काम इतने सालो मे मैं नहीं कर सका तू ने वो कर दिया” मैं ने पूछा “मज़ा आया कि नहीं आया” लालो ने कहा “यार बहुत मज़ा आया है दिल खुस हो गया है” फिर मैं अपने घर आ गया.
दूसरे दिन मैं ऑर लालो कॉलेज मे मिले तो लालो बहुत खुश था मैं ने उस से पूछा “मेरे आने के बाद कुछ किया था मा के साथ या नहीं” तो लालो ने कहा “नहीं यार! मेरी तो हिम्मत ही नहीं हुई” फिर उस ने मुझ से पूछा कि मैं ने उस की मा को कैसे पटा लिया था तो मैं ने उसे पूरी स्टोरी सुना दी तो उस ने कहा कि “कल पापा आ जाएँगे” मैं ने कहा “फिर तो आज चलते हैं फिर नज़ाने कब मौका मिलता है” तो उस ने कहा “हाँ यार जो करना है आज ही कर लेते हैं फिर ना जाने कब मौका मिलता है”
आज हम जब कॉलेज से उन के घर पहुचे तो आंटी तैयार हो कर बैठी हुई टीवी पर एक मूवी देख रही थी हमे देख कर बहुत खुश हो कर हम से मिली ऑर हमे बहुत ही बढ़िया क़िसम का खाना खिलाया खाना खा कर मैं ने कहा “आंटी! खाना तो बहुत अच्छा था मेरा दिल चाह रहा है कि कहना बनाने वाले के हाथ चूम लू” तो आंटी ने अपने हाथ आयेज बढ़ाते हुए कहा “फिर इंतिज़ार किस का कर रहे हो चूम लो” मैं ने आंटी के हाथ पकड़ के चूमना शुरू कर दिया तो थोड़ी देर बाद आंटी बोली “अब बस कर दो तुम तो शुरू ही हो गये हो” मैं सीधा हो के बैठ गया फिर आंटी मुझ से मेरे घर वालों के बारे मे बाते करने लगी ऑर मेरी मा का पूछने लगी फिर आंटी ने कहा “टी के बारे मे क्या ख्याल है” तो मैं ने कहा “आप के हाथो की चीज़ का इनकार कॉन करे गा” फिर आंटी टी बनाने के लिया चली गईं ऑर मैं ओर लालो बाहर आ कर बैठ गये वहाँ बैठ कर हम सब ने टी पी, आज आंटी ने ब्लू कलर का ब्लाउज पहन रखा था जिस मे से उन का गोरा-2 बदन बहुत सुंदर लग रहा था मैं ने आंटी से कहा “ब्लाउज तो बहुत सुन्दर पहना हुआ है आप ने” तो आंटी ने अपना पल्लू नीचे कर के ब्लाउज देखते हुए कहा “ये मुझे लालो के चाचा ने गिफ्ट किया था कैसा है” मैं ने कहा “बहुत सुन्दर ऑर सेक्सी लग रही हैं आंटी आप इस कलर मैं” तो आंटी ने मुस्कराते हुए कहा “अच्छा! लाइन मार रहे हो” मैं ने कहा “आप हैं ही इतनी सुंदर” आंटी ने हंसते हुए मुझे “सुक्रिया” कहा तो मैं ने आंटी के स्तन पे हाथ फेरते हुए कहा कि “आंटी! कल आप का दूध पी कर तो मज़ा आ गया था” तो आंटी ने कहा “दूध निकला भी था या ऐसे ही कह रहे हो” मैं ने कहा “हाँ आंटी निकला था लालो से पूछ लें” तो आंटी ने कहा “अच्छा देखते है कि अभी तक इन मे दूध है” मैं ने अपना हाथ आंटी के स्तन पर ही रखा हुआ था ऑर उन के निपल पर एक उंगली फेरने लगा उन का निपल तन गया था जिस का मतलब था कि वो जोश मे आ रही हैं,
मैं ने आंटी से कहा “आज आप को गर्मी नहीं लग रही” तो आंटी ने कहा “गर्मी तो बहुत आ रही है कपड़े पहनने को दिल ही नहीं चाहता” मैं ने कहा “तो उतार दें ना कपड़े” तो आंटी ने कहा “मैं भी ये ही सोच रही थी कि ब्लाउज उतार दू लेकिन फिर तुम्हारा मन दूध पीने को करे गा” मैं ने कहा “तो आप को मज़ा नहीं आया था क्या दूध पिलाने का” तो आंटी ने कहा “मज़ा तो बहुत आया था लेकिन ज़्यादा चुसवाने से मेरा फिगर खराब होजाएगा” मैं ने कहा “चलो आंटी आज दूध नहीं पीते आप उतार दें” ऑर आंटी “ठीक है” कह कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी लालो भी पास ही बैठा हुआ हमारी बातें सुन रहा था आंटी ने ब्लाउज उतार कर एक साइड पर रख दिया ऑर बैठ कर मुझ से बातें करने लगी आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर मेरे मूह मे पानी आ रहा था लेकिन आंटी ने चूसने से मना किया था थोड़ी देर बाद आंटी ने लालो से कहा “लालो बेटा अंदर से स्टॅंड वाला फॅन निकाल लो मुझे तो अभी भी गर्मी लग रही है” लालो अंदर गया तो आंटी ने कहा “मैं सोच रही थी कि नहा कर ही आ जाउ” ऑर फिर आंटी नहाने चली गई ऑर लालो फॅन ले कर आ गया ऑर ऑन कर के मेरे साथ ही चारपाई पर बैठ गया आंटी ने बाथ रूम का दरवाज़ा भी नहीं बंद किया था ऑर सामने ही खड़ी हो कर नहाने लगी हमे आंटी की कमर ऑर मोटी गॅंड नज़र आ रही थी मैं ने लालो से कहा “यार! तेरी मा की तो गॅंड भी बहुत ज़बरदस्त है” लालो ने अपने लंड को हाथ से दबाते हुए कहा “हाँ यार दिल चाहता है के इन को चोद ही दू लेकिन डर लगता है” मैं ने कहा “ये भी तू मुझ पर छोड़ दे मैं तेरे दिल की ये हसरत भी पूरी कर दूँगा ” आंटी नहा कर नंगी ही बाहर आने लगी तो आंटी को देख कर मेरा लंड एक दम टाइत खड़ा हो गया आंटी आ कर हमारे पास ही बैठ गई ऑर बातें करने लगी थोड़ी देर बाद मैं ने आंटी से कहा “आंटी हमे हमे इक सवाल का जवाब नहीं मिल रहा” तो आंटी ने पूछा “वो क्या” मैं ने कहा “हमे पता नहीं चल रहा कि हम दोनो मे से किस की लोली बड़ी है” तो आंटी ने कहा “इस मे इतना परेशान होने की क्या बात है अभी बता देती हू तुम दोनो अपनी लोली मुझे दिखाओ” मैं ने लालो का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ आंटी के सामने खड़ा किया ऑर पैंट की ज़िप खोल कर अपने आकड़े हुए लंड बाहर निकाला जिसे दिख कर आंटी की आँखो मैं चमक आ गई फिर लालो ने भी अपना लंड बाहर निकाला.
आंटी पहले बारी-2 हम दोनो के लंड देखती रही फिर उन को हाथ मे पकड़ कर सहलाने लगी आंटी जोश मे आ गई थी मैं ने हाथ बढ़ा के आंटी का एक स्तन पकड़ लिया तो आंटी ने एक लंबी से सिसकारी ली ऑर ज़ोर-2 से हमारे लंड सहलाने लगी थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा “मुझे तो दोनो के एक जैसे ही लगते हैं” तो मैं ने कहा “नहीं ना सही तरहा देखें ना” आंटी ने अपना मूह मेरे लंड के नज़दीक कर के देखने लगी फिर कहा “अभी बताती हू किस की लोली बड़ी है” ऑर आंटी ने अपने मूह को “ओ” की शक्ल मे खोला ऑर मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी मैं भी आंटी का स्तन ज़ोर-2 से दबाने लगा ऑर अपने जिस्म को आगे करता तो मेरा पूरा लंड आंटी के मूह मे घुस जाता अब लालो मे भी थोड़ा कॉन्फिडेन्स आ गया था वो नीचे बैठ ऑर अपनी मा की चूत को सहलाने लगा ऑर आंटी ने अपनी टाँगे ऑर फेला दी फिर आंटी मेरे लंड को मूह मे से निकाल कर चार पाई पर लेट गई ऑर मैं चार पाई की दोसरि तरफ आ कर एक हाथ से अंटी के स्तन दबाने लगा ऑर एक हाथ से आंटी की चूत को सहलाने लगा अब लालो चार पाई के उपर चढ़ गया ऑर झुक कर आंटी की चूत को अपनी ज़ुबान से चाटने लगा आंटी ने ज़ोर-2 से सीकरियाँ लेते हुए कहा “ले लो जितना मज़ा लेना है कल से मेरा असल हक़दार आ जाए गा”मैं आंटी का स्तन दबाते-2 आंटी के ऊपर झुका ऑर उन के होंठ चूसने लगा आंटी भी मेरे होंठ चूस रही थी फिर मैं ने अपनी पैंट उतार दी ओर लालो को पीछे हटा कर चारपाई पे बैठ गया ऑर आंटी की चूत पे हाथ फिराने लगा फिर मैं ने अपनी दो उंगलियाँ आंटी की चूत मे घुसा दी ऑर अंदर बाहर करने लगा आंटी ऑर ज़ोर-2 से आहहें भरने लगी फिर मैं ने अपना लंड पकड़ कर आंटी की चूत के मूह पर रखा ऑर टोपी सुराख के अंदर कर के ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड आंटी की चूत मे घुस गया ऑर आंटी के मूह से हल्की-2 चीख निकल गई मैं ने अपना लंड थोड़ा बाहर कर के दोबारा झटका मारा तो मेरा पूरा लंड आंटी की चूत मे चला गया फिर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा ऑर लालो ने आंटी के मूह मे अपना लंड डाल दिया जिसे आंटी मज़े से चूसने लगी थोड़ी ही देर मे आंटी की चूत मे ही मेरे लंड का पानी निकल गया ऑर मैं आंटी की साइड मे लेट गया आंटी का जोश अभी ठंडा नहीं हुआ था आंटी ने लालो से कहा “तू भी मेरा मज़ा ले सकता है मुझे चोद कर” तो मैं ने आंटी से कहा “आंटी लालो को आप की गांद बहुत अच्छी लगती है ओर ये आप की गांद मारना चाहता है” आंटी ने लालो के मूह पर प्यार से हाथ फिराते हुए कहा “आ जा मेरे लाल! अपने दिल की हसरत निकाल ले” ऑर आंटी उल्टी हो कर लेट गई फिर घोड़ी बन गई ऑर अपनी गांद उपेर को उठा ली लालो आंटी के पीछे टाँगों पर खड़ा हो गया ऑर अपना लंड पकड़ कर आंटी की गांद के होल मे डालने लगा ओर झटके दे-2 कर अपना लंड आंटी की गांद के होल मे उतारने लगा अहिस्ता-2 उस का लंड पूरा का पूरा आंटी की गांद के होल मे उतर गया ऑर वो तेज़-2 झटके मारने लगा मैं आंटी के बड़े-2 स्तन पकड़ के दबा रहा था अब आंटी हल्की-2 चीख रही थी थोड़ी देर बाद लालो ने अपना लंड बाहर निकाला ऑर आंटी सीधी हो के बैठ गई लालो ने अपना हाथ अपने लंड पे फेरा तो उस मे से पानी निकलने लगा जो सीधा आंटी के मूह मे चला गया फिर आंटी ने लालो का लंड भी अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी.